कक्षा 9 के बच्चों के लिए आपदा प्रबंधन पर आधारित पुस्तक लेखन कार्यशाला का समापन
1 min readदेहरादून। उत्तराखंड राज्य की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एस सीईआरटी उत्तराखंड द्वारा कक्षा 9 के बच्चों के लिए आपदा प्रबंधन पर पुस्तक लेखन कार्यशाला का आज अजीम प्रेमजी सभागार में समापन हो गया । इस अवसर पर निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बंदना गर्ब्याल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है । आपदाओं से बचाव के प्रति बच्चों को बचपन से ही जागरूक किया जाना चाहिए । इस दिशा में एससीईआरटी द्वारा विकसित आपदा प्रबंधन पुस्तक कारगर सिद्ध होगी । निदेशक माध्यमिक शिक्षा अजय कुमार नौडियाल ने कहा कि यह पुस्तक संपूर्ण उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेगी । इसमें मैदानी क्षेत्र और पहाड़ की आपदा के स्वरूप में जो अंतर होता है ,उसकी भी बच्चों को जानकारी दी जाएगी । संयुक्त निदेशक आशा रानी पेन्यूली ने कहा कि आपदा प्रबंधन की पुस्तक में विषय सामग्री के साथ-साथ बच्चों को प्रोजेक्ट कार्य भी दिए गए हैं जो उनके कौशलों के विकास की दृष्टि से उपयोगी सिद्ध होंगे । इससे उनका मूल्यांकन करने में सहायता मिलेगी। कार्यशाला के मुख्य समन्वयक सोहन सिंह नेगी और सह समन्वयक डॉक्टर शक्ति प्रसाद सेमल्टी ने बताया कि प्रथम चरण में कक्षा 9 हेतु आपदा प्रबंधन की पुस्तक तैयार की जा रही है । इसके बाद कक्षा 10 के विद्यार्थियों के लिए भी आपदा प्रबंधन की पुस्तक पर कार्य किया जाएगा ।इस पुस्तक में आपदा प्रबंधन के घटक, आपदा के प्रकार, आपदा न्यूनीकरण , आपदाओं के प्रकार और कारण , सड़क सुरक्षा ,आपदा प्रबंधन में समुदाय की भूमिका जैसे बिंदुओं को समाहित किया गया है। पुस्तक लेखन डॉक्टर उमेश चमोला ,सुरेंद्र आर्यन,प्रदीप बहुगुणा ,डॉक्टर दीपक मेहता ,रविंद्र रौतेला ,गिरीश सुंद्रियाल ,डॉ राकेश गैरोला, डॉक्टर बुद्धि प्रसाद भट्ट, डॉक्टर अवनीश उनियाल,अखिलेश डोभाल,डॉक्टर दिनेश रतूड़ी, सुशील गैरोला ,अरुण थपलियाल , रवि दर्शन तोपाल और बलवंत सिंह नेगी के साथ-साथ चित्रकार अवनीश सिंह ,संजय रावत और हेमलता बिष्ट के द्वारा कार्य किया गया। राजकुमार और सिद्धार्थ द्वारा तकनीकी सहयोग दिया गया। कार्यशाला के अंत में सहायक निदेशक डॉ कृष्णानंद बिजल्वाण ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक उत्तराखंड की आवश्यकताओ को पूरा करने में सहायक होगी।