मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किए बाबा केदारनाथ के दर्शन
1 min readकेदारनाथ धाम, पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की ली जानकारी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को बाबा केदारनाथ के दर्शनों को केदारनाथ धाम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ का रुद्राभिषेक एवं विशेष पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली एवं विश्व कल्याण की कामना की। इसके बाद उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
एक दिवसीय दौरे पर बाबा केदारनाथ धाम के दर्शनों को पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडे, आईजी पुलिस गढ़वाल करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा ने वीआईपी हैलीपैड पर उनका स्वागत किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री तीर्थ पुरोहित समाज एवं मुख्य पुजारी से मिले। मुख्यमंत्री ने बाबा केदारनाथ मंदिर में प्रवेश कर विशेष पूजा अर्चना एवं रुद्राभिषेक कर संपूर्ण विश्व एवं मानवता के कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के सतत विकास के लिए भी बाबा केदार से आशीर्वाद मांगा। करीब 20 मिनट पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने धाम में दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों का अभिवादन कर श्रावण मास की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने धाम के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग का आशीर्वाद प्राप्त किया, साथ ही तीर्थ पुरोहितों के साथ धाम में चल रहे निर्माण एवं अन्य कार्यों के संबंध में चर्चा कर सुझाव मांगे। उन्होंने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्माण एवं पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने एवं गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए समयबद्धता के साथ सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीकेटीसी योगेन्द्र सिंह, प्रभारी कार्यकारी अधिकारी आरसी तिवारी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, अनूप सेमवाल, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, विनोद शुक्ला, किशन बगवाड़ी, उमेश पोस्ती, केशव तिवारी, दिनेश बगवाड़ी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं तीर्थ पुरोहित मौजूद रहे।
इस विदाई समारोह के दौरान हिमालय पुत्र स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा द्वारा श्रीनगर गढ़वाल में “गढ़वाल यूनिवर्सिटी” की स्थापना किए जाने, कालांतर में दिग्गज नेता प. नारायण दत्त तिवारी द्वारा इस यूनिवर्सिटी का नाम हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी किए जाने के बाद , विजय बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा एच.एन.बी. गढ़वाल यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने और उत्तराखंड में प्रोफ़ेसर की अवकाश प्राप्ति आयु 65 वर्ष किए जाने पर चर्चा हुई। इस दौरान एच.एन.बी. गढ़वाल सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना और विकास में योगदान देने वाले सभी नेताओं का आभार जताया गया।
” जीवन वृत्त
पूर्व विभागाध्यक्ष हिन्दी विभाग
डी .ए .वी (पीजी ) कालेज देहरादून
शैक्षणिक योग्यता –
एम.ए . ( हिन्दी )
बी .एड, पीएच .डी, (हिन्दी )
डी .लिट्
1 . (A)13 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । जिनमें से ( 6 ) पुस्तकें इंटरनैशनल स्टैंडर्ड बुक नंबर, ISBN हैं।
(B) वैदिक प्रकाशन दिल्ली द्वारा ‘नारी की’ , ‘संवेदना’ के
संपादक
2. प्रोफ़ेसर डॉ. पुष्पा खण्डूड़ी के निर्देशन में 13 शोधकार्य कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं ।
3. ‘आकाशवाणी’ रामपुर और आकाशवाणी नजीबाबाद से समय समय पर वार्ताएं एवं ‘दूरदर्शन’ देहरादून से साहित्यिकी के अन्तर्गत कार्यक्रम अक्सर प्रकाशित होते रहते हैं ।
4 . पूर्व में 3 वर्ष तक उत्तराखण्ड समाज कल्याण बोर्ड की (केन्द्र द्वारा नामित सदस्य )रह चुकी ।
5 . पूर्व में 5 वर्ष तक डीएवी ( पीजी ) कॉलेज शिक्षक संघ की अध्यक्ष तथा दो वर्ष उपाध्यक्ष रह चुकी हैं।