प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाये रखने में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस कार्मिकों द्वारा निरन्तर दिया जा रहा है अपना योगदान

1 min read

रुद्रप्रयाग। जनपद में प्रचलित श्री केदारनाथ धाम यात्रा आज अपने 20वें दिवस में आ पहुंची है। विगत 19 दिनों में अब तक 5 लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए हैं। जनपद से होकर ही बद्रीनाथ धाम एवं हेमकुण्ड साहिब के लिए भी श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। वर्तमान में जनपद के विभिन्न कस्बों से होकर अत्यधिक संख्या में यात्री वाहनों का भी आगमन हो रहा है। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी रुद्रप्रयाग/क्षेत्राधिकारी यातायात व क्षेत्राधिकारी गुप्तकाशी के प्रभावी पर्यवेक्षण में जनपद पुलिस के स्तर से सुव्यवस्थित यातायात व्यवस्था बनायी जा रही है। सम्पूर्ण यात्रा मार्ग में कुछ स्थल ऐसे हैं जिनको यातायात की भाषा में बोटलनेक कहा जाता है। ये बोटलनेक अर्थात अत्यधिक संकरे पैचों पर पुलिस के स्तर से कुछ देर के लिए एक तरफ के यातायात को रोकते हुए दूसरी छोर के यातायात को छोड़ा जा रहा है। माह मई के अन्तिम सप्ताह की तपती गर्मी में पुलिस, पीएसी, सहित सहवर्ती बल के रूप में होमगार्ड्स व पी0आर0डी0 के जवान भी प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाये रखने में निरन्तर अपना योगदान दे रहे हैं। यातायात व्यवस्था को सुचारु करने के साथ ही पुलिस जवान सम्भावित भू-स्खलन जोन क्षेत्र में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। जनपद के कुछेक स्थान ऐसे हैं जहां पर बारिश पड़ने से मार्ग के अवरुद्ध होने की सम्भावना बनी रहती है, ऐसे स्थलों से सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं व जे0सी0बी0 ऑपरेटरों से भी नजदीकी थाना पुलिस का आपसी समन्वय बना हुआ है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर सहयोग प्राप्त किया जा सके। यात्रा के बढ़ने के साथ-साथ जनपद मुख्यालय सहित निचले क्षेत्रों में गर्मी का असर भी देखने को मिल रहा है, ऐसे में ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल को अपने स्वास्थ्य एवं खान-पान का ध्यान रखते हुए कर्तव्य निवर्हन करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रभावी यातायात व्यवस्था बनाये रखने के साथ ही जनपद क्षेत्रान्तर्गत स्थित पार्किंगों को भी यथाआवश्यकता उपयोग में लाया जा रहा है। सोनप्रयाग व सीतापुर की पार्किंगों के भरने की स्थिति में वैकल्पिक पार्किगों का उपयोग किया जा रहा है। जनपद पुलिस के स्तर से श्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत निरन्तर कार्य किये जा रहे हैं।

Copyright, Shikher Sandesh 2023 (Designed & Develope by Manish Naithani 9084358715) © All rights reserved. | Newsphere by AF themes.