देहरादून। देश के विकास में शिक्षा के क्षेत्र में अद्भुत एवम दृढ़संकल्प के साथ काम करने वाली दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में स्थित प्रतिष्ठित एवं नामी संस्था जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के सदस्यों द्वारा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित एक निजी होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम समूह के चेयरमैन डॉ राजेश गुप्ता जी ने उपस्थित समस्त मीडिया से आए हुए अतिथियों का धन्यवाद प्रेषित करते हुए भारतीय प्रजातंत्र के चैथे स्तंभ रूप से इस प्रजातंत्र को सुदृढ़ बनाने वाले मीडिया एवं मीडिया जगत के विभिन्न नामचीन हस्तियों को धन्यवाद प्रेषित किया और उन्होंने बताया की किस तरीके से आज के इस प्रगतिशील भारतीय अर्थव्यवस्था एवं प्रजातंत्र में मीडिया अपनी भूमिका बहुत ही दृढ़ता से निभा रहा है। इस दृढ़ता का ही परिणाम है कि आज ज्ञान, विज्ञान, अनुसंधान, एवं राजनीति ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जो मीडिया एवं उनके प्रभावों से अछूता रह गया है। मीडिया अपनी भूमिका समाज सेवा के भाव से इस प्रति प्रतिपादित कर रहा है की जिसकी प्रशंसा अतुलनीय एवं सराहनीय है। आज के दौर में जनता की बातों को समाज, देश एवं विश्व के पटल पर सत्यता से साझा करना, निडर और निर्भीक पत्रकारिता करना कोई आसान बात नहीं है।
जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान, जीआईएमएस द्वारा इस आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में संस्थान द्वारा मैनेजमेंट शिक्षा जगत में किए गए अद्भुत कार्य एवं संस्था द्वारा देश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे हैं विभिन्न निरंतर प्रयासों को मीडिया से आए हुए बंधुओ से साझा किया। उन्होंने बताया कि आज जीएनआईओटी एजुकेशनल समूह द्वारा आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड राज्य में उच्च शिक्षा के लिए उत्सुक एवं नियमित नई ऊंचाइयों को छूने वाली आकांक्षाओं के लिए एक आशा की किरण के रूप में संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों को यहां के विद्यार्थीयों के साथ साझा करने हेतु ही आयोजित किया गया है।
संस्था के चेयरमैन डॉ राजेश गुप्ता ने जीएनआईओटी एजूकेशनल समूह द्वारा विगत 22 वर्षों में किस भांति एक छोटे से संस्थान से प्रारंभ किए गए एक प्रयास को आज देश के टॉप संस्थाओं के प्रारूप के तौर पर देखा जा सकता है इस पूरी जीवन प्रक्रिया को उन्होंने मीडिया बंधु से साक्षात्कार के दौरान रखा और यह बात स्थापित करने की प्रयास किया कि उनके पूजनीय पिताजी द्वारा सोचे गए एक सपने को कैसे एक मूर्त रूप प्रदान किया गया। संस्थान के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह जी ने सर्वप्रथम समस्त मीडिया बंधुओं का अभिवादन किया तथा शिक्षा जगत में मीडिया द्वारा निभाए जा रहे अहम रोल की विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया की आज देश की हर छोटी से बड़ी बात मीडिया के माध्यम से कैसे विद्यार्थियों तक आसानी से निशुल्क घर बैठे पहुंचाई जाती है जिससे विद्यार्थी लाभान्वित होते हैं। उन्होंने बताया की संस्था में देहरादून एवं आसपास से बड़ी संख्या में विधार्थी अध्यनरत है तथा संस्था इन विद्यार्थियों के समुचित विकास के लिए दृद्धसंकल्पित है। संस्था का मुख्य उद्देश्य अपने यहां अध्यनरत विद्यार्थीयों को आज के समय के मांग के अनुरूप शैक्षिक एवम बौद्धिक रूप से विकसित करना है। उन्होंने कहा संस्थान द्वारा संचालित जीएनआईओटी प्रबंधन अध्ययन संस्थान में पीजीडीएम कोर्स इस पूरी सोच का एक जीवंत उदाहरण है। मीडिया के सवालों के उत्तर देते हुए संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट प्रोफेशनल इंगेजमेंट और आउटरीच चंद्रकांत सिंह ने बताया कि की संस्थान विगत वर्षों में कैसे इस तरीके की ऊंचाइयों तक पहुंच पाया है। आज के समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था के अनुरूप छात्रों को तैयार करने हेतु ,संस्थान इंटरनेशनल इमर्शन प्रोग्राम आयोजित करता है जिसमें संस्थान में अध्यनरत विद्यार्थियों का समूह को विभिन्न देशों के वर्ल्ड क्लास विश्वविद्यालय के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से भेजा जाता है प् इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य एक अच्छी सोच व विचारधारा के साथ उस व्यक्तित्व का निर्माण करना जो भारत राष्ट्र को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में शामिल कर सके, ऐसे उत्तम ज्ञान वाले मानव संपदा का निर्माण करना है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में संस्था के ग्रुप हेड आउटरीच पंकज कुमार से इतनी बड़ी संख्या में शिक्षा से संबंधित कार्यक्रम में आने के लिए समस्त मीडिया बंधुओं का तहे दिल से धन्यवाद प्रेषित करते हुए समस्त मीडिया से उत्तराखंड राज्य के विद्यार्थियों के लिए संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सहयोग की अपील की। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान संस्था के चेयरमैन डॉ राजेश गुप्ता, सीईओ स्वदेश कुमार सिंह, वाइस प्रेसिडेंट प्रोफेशनल इंगेजमेंट एवम आउटरीच चंद्रकांत सिंह, ग्रुप आउटरीच हेड पंकज कुमार के अलावा संस्था के विमल सिंह, रूपेश राव, अमित रंजन, आशीष तोमर, अभिनय राज, गिरीश नागर, मनसा बत्रा, सुमन धामी सहित बड़ी संख्या में विभिन्न शहरों के शिक्षाविद शामिल हुए।