गंगा सुरक्षा समिति के सुझाव पर डीएफओ ने दिए सुरक्षा खाई खुदान के निर्देश
श्यामपुर,ऋषिकेश। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान के आग्रह पर जिला अरण्यपाल अधिकारी नीरज कुमार शर्मा ने वन्यजीवों से फसल सुरक्षा को वन सीमा पर बहु उद्देशीय खाई खुदान कराने के निर्देश दिए। निर्देशानुपालन के लिए प्रभारी
वनक्षेत्राधिकारी प्रशिक्षु आई एफ एस तरुण एस ने वन क्षेत्राधिकारी गम्भीर सिंह धमान्दा सहित अधीनस्थ अधिकारियों को वन्यजीव प्रभावित क्षेत्र खादर की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थानों को चयनित करने एवं सुरक्षा प्रबन्धन पर ध्यान देने को कहा।स्थानीय निवासी एवं सामाजिक कार्यकर्ता विनोद जुगलान ने बताया कि खादर क्षेत्र गंगाजी का पहला उपजाऊ मैदान है।यहाँ वर्षों से उन्नत खेती होती थी,जिसे अब राजा जी नेशनल पार्क से आने वाले वन्यजीव लगातार उजाड़ रहे हैं। वन्यजीवों से प्रभावित किसान अब खेती से विमुख होकर खेत बेचने को मजबूर हैं।ऐसे में वन सीमा से वन्यजीवों की आमद को रोकने के लिए खाई खुदान जरूरी है।मामले की गंभीरता तो देखते हुए वन विभाग की ओर से यहाँ सोमवार को खाई खुदान का कार्य शुरू किया गया।जिसकी शुरुआत जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने नारियल फोड़कर गंगाजी को भेंट किया।इसके बाद यहाँ विधिवत पूजा अर्चना के साथ वन सीमा पर खाई खुदान का कार्य शुरू होगया।वन क्षेत्राधिकारी जी.एस. धमान्दा ने बताया कि खाई खुदान से हाथी जैसे भारीभरकम जीव अब गाँव की सीमा पर प्रवेश नहीं कर पाएंगे दूसरी ओर इसके साथ ही इस खाई के किनारों पर जँगली प्रजाति के बीज बोए जाएँगे।जिससे आने वाले समय में वन सीमा पर बायो फेंसिंग बन जाएगी।इससे नमामि गंगे के तहत वर्ष 2020 में स्थापित दस हेक्टेयर प्लांटेशन की सुरक्षा भी हो सकेगी।खाई खुदान के शुभारम्भ में पर्यावरण विद डॉ विनोद जुगलान,वन क्षेत्राधिकारी जीएस धमान्दा,उपराजिक अधिकारी सतीश पोखरियाल,डिप्टी रेंजर चन्द्र शेखर भट्ट,वनबीट अधिकारी राजेश बहुगुणा,अवतार सिंह रावत,वन आरक्षी सुभाष बहुगुणा,वनकर्मी मनोज कुमार भोला आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।