निराश्रित गोवंश संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी ने ली बैठक
चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में सोमवार को जनपद स्तरीय निराश्रित गोवंश समिति की बैठक हुई। जिसमें जनपद के नगर पालिका क्षेत्रों में निर्माणाधीन एवं संचालित गौ सदनों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि थराली और कर्णप्रयाग में गोसदन निर्माण के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। गौचर, पोखरी और पीपलकोटी में संचालित गोसदन निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए। जोशीमठ में निर्मित गोसदन में पशुओं को शिफ्ट किया जाए। गोसदन संचालन के इच्छुक गैर सरकारी संस्थाओं से शीघ्र आवेदन प्राप्त कर उनके पंजीकरण कराया जाए। कर्णप्रयाग नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा गोसदन की टेंडर प्रक्रिया में देरी करने और समीक्षा बैठक में उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने ईओ का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए।
जिला स्तरीय समिति द्वारा पशु कल्याण बोर्ड को राजकीय मान्यता हेतु नारायणबगड़, कर्णप्रयाग, गोपेश्वर, पोखरी और थराली से पांच गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) के प्रस्ताव भेजे गए है। वर्तमान में सात नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में गौ सदन स्थापना की कार्रवाई गतिमान है। जनपद के दो गौ सदनों को 23 लाख की धनराशि भरण पोषण मद में उपलब्ध कराई गई है। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में नगर पालिका गौचर और गोपेश्वर में गोसदन के लिए 37.97 लाख की धनराशि उपलब्ध कराई गई थी। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बेसहारा पशुओं को आश्रय दिए जाने हेतु मिशन मोड में गोसदन का कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रलयंकर नाथ, अधिशासी अधिकारी पीएस नेगी सहित वर्चुअल माध्यम से सभी तहसील से एसडीएम और नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी उपस्थित थे।