स्मृतिवन ऋषिकेश अब ईको पार्क के रूप में होगा विकसित : सुबोध उनियाल
ऋषिकेश। अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित स्मृतिवन ऋषिकेश अब ईको पार्क के रूप में विकसित होगा।एक पेड़ माँ के नाम पौध रोपण अभियान में पौध रोपण को पहुँचे वन एवं पर्यावरण मंत्री सुबोध उनियाल ने यह जानकारी पत्रकारों को दी।उन्होंने कहा कि यद्यपि उत्तराखंड पर्यावरण की दृष्टि से सम्पन्न राज्य है। यहाँ कुल क्षेत्रफल में 71 प्रतिशत वनाच्छादित है। जिसके संरक्षण के लिए वन विभाग के दस हजार कर्मी दिन रात लगे हुए जो कि क्षेत्रफल की दृष्टि से नाकाफी हैं। इसलिए जनता को पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।ताकि अगली पीढ़ी को शुद्ध वातावरण मिल सके।उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपये की धनराशि से स्मृतिवन में इको पार्क विकसित होगा जिसकी पहली किश्त के रूप में 50 लाख रुपये वनविभाग को जारी किए जा रहे हैं।स्मृतिवन के अध्यक्ष एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद डॉ विनोद जुगलान ने कहा कि स्मृतिवन में इको पार्क विकसित करने से पूर्व बढ़ती हुई आबादी को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रफल बढ़ाया जाना चाहिए जहां पार्किंग की समुचित व्यवस्था हो।साथ ही जिस स्थान पर श्रद्धालुओं द्वारा अपनों की स्मृति में पौध रोपण किया गया है।उन पेड़ों को संरक्षित किया जाना चाहिए।यहाँ पेड़ों से लोगो की भावनाएं जुड़ी हुई हैं।जिसका संज्ञान लेते हुए वनमंत्री सुबोध उनियाल ने मौके पर ही डीएफओ देहरादून नीरज कुमार शर्मा कोध्यान रखने के निर्देश दिए।पौधरोपण के इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल,नगर निगम ऋषिकेश की निवर्तमान मेयर अनिता ममगाईं, डीएफओ नीरज कुमार शर्मा,उपप्रभागीय वनाधिकारी राजीव नौटियाल, प्रशिक्षु आईएफएस तरुण एस, वनक्षेत्राधिकारी गंभीर सिंह धमान्दा,वन दरोगा स्वयम्बर दत्त कंडवाल, भाजपा नेता रविन्द्र राणा,निवर्तमान पार्षद विजेन्द्र मोघा,बिरेन्द्र रमोला, राजेन्द्र बिष्ट,मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष विनोद कुकरेती,गौरव कैंथोला,संजीव चौहान, रमन रांगड़,जिंतेंद्र अग्रवाल,सुमित पंवार आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।