कक्षा 9 के विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन पर आधारित पाठ्य पुस्तक के जरिये बताएंगे बचाओ के उपाए

देहरादून। निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बन्दना गर्ब्याल और अजय कुमार नौटियाल अपर निदेशक एससीईआरटी के निर्देशन में उत्तराखंड में आपदाओं के स्वरूप को देखते हुए अब कक्षा 9 के विद्यार्थियों के लिए आपदा प्रबंधन पर आधारित पाठ्य पुस्तक तैयार की जा रही है । इसके लिए एससीईआरटी द्वारा रोड मैप तैयार किया जा रहा है । पाठ्य पुस्तक विकास के लिए एस सी आर टी उत्तराखंड के पाठ्यक्रम विकास एवं शोध विभाग द्वारा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सभागार में आज पांच दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत की गई । इस अवसर पर संयुक्त निदेशक आशा रानी पेन्यूली ने कहा कि वर्तमान समय में वैश्विक स्तर पर आपदा से बचाव के तरीकों पर मंथन किया जा रहा है ।इस संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय ने भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। पाठ्य पुस्तक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा बच्चे समाज में आपदा के प्रति जागरूकता का प्रसार कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम के समन्वयक सोहन नेगी और सहसमन्वयक डॉक्टर शक्ति प्रसाद सेमल्टी ने कक्षा 9 की पाठ्य पुस्तक निर्माण के लिए विभिन्न चयनित क्षेत्रों पर पावर पॉइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण करते हुए कहा कि इसमें आपदा ,आपदा प्रबंधन के घटक, इससे बचाव के तरीके ,सड़क सुरक्षा, आपदा प्रबंधन में समुदाय की भूमिका आदि को सम्मिलित किया गया है । विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉक्टर दिनेश रतूड़ी और डॉक्टर उमेश चमोला ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की संस्तुतियों पर आधारित राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 में वर्णित निर्देशों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन के अंतर्गत प्राचीन काल से प्रचलित आपदा निवारण संबंधी उपायों को भी सम्मिलित किया जाना होगा तथा इसके मूल्यांकन में तार्किक चिंतन और सृजनात्मकता को महत्व दिया जाना चाहिए । प्रदीप बहुगुणा ने कहा कि पाठ की शुरूआत रोचक तरीके से की जानी चाहिए।पाठ्य पुस्तक लेखक मंडल में सुरेंद्र आर्यन, गिरीश सुंद्रियाल, डॉ उमेश चमोला, अरुण थपलियाल ,प्रदीप बहुगुणा, दीपक मेहता ,रविंद्र रौतेला ,डॉ राकेश गैरोला, डॉक्टर बुद्धि प्रसाद भट्ट ,डॉक्टर अवनीश उनियाल, विनय थपलियाल ,अखिलेश डोभाल, डॉ दिनेश रतूड़ी, दिनेश रावत ,सुशील गैरोला, रविदर्शन तोपाल और बलवंत सिंह नेगी कार्य कर रहे हैं।