विश्व बैंक पोषित अर्धनगरीय पेयजलापूर्ति योजना से बदलेगी ग्राम सभा खदरी खड़क माफ की तस्वीर
ऋषिकेश। विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित अर्धनगरीय पेयजल योजना के कार्यों की समीक्षा के लिए ग्राम सभा खदरी खड़क माफ राजकीय इंटर कालेज के सभागार में सामुदायिक अनुश्रवण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के नामित सदस्य सामाजिक कार्यकर्ता विनोद जुगलान कहा कि विश्व बैंक पोषित अर्धनगरीय पेयजलापूर्ति योजना अगस्त 2019 में शुरू होकर वर्ष 2021 में पूर्ण होगयी। जिसमें कुल चार नलकूप और तीन तीन लाख क्षमता के तीन होवर हैड टैंक बनाये हैं।योजना से अब तक लगभग तीन हजार ग्रामीण उपभोक्ता लाभान्वित हुए।योजना की कुल लागत 14 करोड़ 71 लाख रुपये थी। बावजूद इसके अभी भी कुछ नव निर्मित भवनों को कनेक्शन दिया जाना बाकि है। जुगलान ने कहा कि भारत में जल संरक्षण पुरातन और वैदिक परंपरा है।
श्रीमद कथा और शुभ आयोजनों से पूर्व घट स्थापन जल संरक्षण का प्रतीक है।युवा पीढ़ी जल संरक्षण को भूलती जा रही है। हमें पेयजल को सिंचाई में दुष्प्रयोग से बचना चाहिए।इस अवसर पर वर्ल्ड बैंक के सोशल एक्सपर्ट अमित आनन्द ने ग्रामीण उपभोक्ताओं से प्रश्न पूछकर सोशल ऑडिट भी किया।स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता महावीर उपाध्याय ने अवैध निजी प्लाटिंग करने वालों को कनेक्शन की प्रक्रिया का जिक्र किया तो उन्हें बताया गया कि पेयजलापूर्ति तो निजी बिल्डर्स को भी दी जाती है लेकिन उसके लिए लाईन बिछाने का शुल्क जमा किया जाता है।पूर्व ग्राम प्रधान सरोप सिंह पुण्डीर एवं सामाजिक कार्यकर्ता विनोद चौहान ने ऑनलाईन बिल भुगतान को और अधिक सुविधाजनक और सरलीकरण किये जाने का सुझाव दिया।स्थानीय निवासी राम स्वरूप रानाकोटी ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को देखते हुए नए कनेक्शन शीघ्र दिए जाएं।
ऊषा थपलियाल ने बताया कि विश्व बैंक पोषित पेयजल योजना के क्रियान्वयन से लोगों को उत्तम गुणवत्तापूर्ण पेयजल सहजता से उपलब्ध हो रहा है।स्थानीय निवासी अभिनव कैंतुरा ने कहा कि उनके माता पिता का देहांत हो गया है लेकिन उन्हें आज भी पेयजल की दरकार बनी हुई है।जल संस्थान के सहायक अभियंता कमलेश पन्त ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर समस्या का समाधान किया जाएगा।पेयजल उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण के लिए वर्ल्ड बैंक के सामाजिक विशेषज्ञ अमित आनंद ने स्थानीय अधिकारियों को जी आर सी ग्रीवेंस रिसॉल्विंग कमेटी गठित करने का निर्देश दिया।इस अवसर पर राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन की अधिकारी शिवानी शुक्ला, सामाजिक विकास सलाहकार गीतांजलि,सहायक अभियंता कमलेश पन्त,अवर अभियंता विशाल कुमार,नवीन,मनोज गौड़,संदीप ,दीपू कुमार,अभिषेक ,गौतम,विरोजनी गौड़,पूनम रानाकोटी,अमिता, ऊषा देवी,ज्योति राणा, सरस्वती देवी,लक्ष्मी रुबाली आदि मौजूद रहे।