धरातल पर शीघ्र होगा सुझावों का क्रियान्वयन
ऋषिकेश। भारत सरकार की महत्वपूर्ण नमामि गंगे योजना के तहत गंगा तटीय क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए जिलाधिकारी अध्यक्ष जिला गंगा सुरक्षा समिति सोनिका के निर्देश पर गंगा पूजा घाट विकसित किये जाने के साथ ही ग्राम खदरी में मुक्तिधाम निर्माण के लिए अधिकारियों एवं समिति सदस्य सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त स्थलीय निरिक्षण किया।समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने समिति की मासिक बैठक में सदन को अवगत कराया था कि खदरी खड़क माफ का क्षेत्र जनपद देहरादून अंतर्गत आता है।लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि गंगा ग्राम सांसद आदर्श ग्राम के बावजूद यहाँ मुक्तिधाम न होने के कारण बरसात में जनपद में मरने वाले व्यक्ति के अंतिम संस्कार को अन्य जनपद में जाना पड़ता है।यह परेशानी तब और बढ़ जाती है जब बरसात में कावड़ यात्रा के दौरान जाम की स्थिति में हरिद्वार जाना सम्भव नहीं हो पाता है।ऐसे में मृतक की अंत्येष्टि को टिहरी जनपद की सीमा मुनिकीरेती जाना पड़ता है।ग्रामीण क्षेत्र में पूजा घाट की दरकार वर्षों से बनी हुई है।इससे स्थानीयों को गंगा दर्शन एवं श्रद्धालुओं को स्नानघाट की सुविधा के साथ साथ स्थानीय युवाओं और महिलाओं को रोजगार के साधन भी मिल सकेंगे।समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने त्रिवेणी घाट के विस्तार का भी सुझाव दिया था।वहीं समिति के अन्य सदस्यों डॉ दीपक तायल और डॉ राजे नेगी ने त्रिवेणी घाट तक चन्द्र भागा नदी की ओर से नए संपर्क मार्ग के साथ साथ श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग बनाने का प्रस्ताव भी दिया था।मामले का संज्ञान लेते हुए समिति की अध्यक्ष जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने सिंचाई विभाग को उक्त स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे।उक्त निर्देशानुपालन के क्रम में बुधवार को जिला गंगा सुरक्षा समिति के जिला परियोजना अधिकारी रविकान्त पाण्डेय,सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, क्षेत्र पँचायत सदस्य श्रीकान्त रतूड़ी पँचायत प्रतिनिधि सुनील चंदोला,सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश कुलियाल,समिति सदस्य दीपक तायल,विनोद जुगलान,अतुल जैन आदि स्थलीय निरीक्षण में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।