गंगाजी और सौंग नदी के संगम पर वेडिंग डेस्टिनेशन स्थापित किये जाना बेहतर विकल्प
देहरादून। जिलाधिकारी देहरादून की अध्यक्षता में नमामि गंगे कार्यों की समीक्षा के लिए गठित जिला गंगा सुरक्षा समिति की एक् मार्च को विकास भवन में आयोजित बैठक का संदर्भ ग्रहण करते हुए मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान के निर्देशानुपालन में जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार के निर्देश पर जिला गंगा सुरक्षा समिति के जिला परियोजना अधिकारी रवि कान्त पाण्डेय ने समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता शान्ति प्रसाद थपलियाल के साथ ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में पूजा घाट एवं मुक्ति धाम के लिए अलग अलग स्थानों पर भूमि का भौतिक निरीक्षण किया।ग्राम प्रधान संगीता थपलियाल ने कहा कि यदि नमामि गंगे योजना द्वारा खदरी में पूजा घाट का प्रस्ताव पारित होता है तो पूजा घाट के लिए अमृत सरोवर के निकट भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि यहाँ गंगा तट क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि गंगा कैचमेंट क्षेत्र में विकास से न केवल गंगा स्वच्छता को बल मिलेगा बल्कि यहाँ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।उन्होंने कहा कि गंगाजी और सौंग नदी के संगम पर गंगा रिजॉर्ट विकसित करके भी यहाँ वेडिंग डेस्टिनेशन स्थापित किया जा सकता है जिसका प्रस्ताव का सुझाव समिति की अगली बैठक में जिलाधिकारी के समक्ष रखा जाएगा। इससे सरकारी भूमि पर गिद्ध दृष्टि रखने वाले भूमाफियाओं से पँचायत की भूमि सुरक्षित होने के साथ साथ ग्राम पंचायत को नियमित राजस्व की प्राप्ति होगी।जिला परियोजना अधिकारी आर के पाण्डेय ने कहा कि उक्त भौतिक निरीक्षण की रिपोर्ट तैयार कर जिला गंगा सुरक्षा समिति को सौंपी जायेगी।