स्मृतिवन ऋषिकेश की बदहाली पर वन विभाग ने लिया संज्ञान
ऋषिकेश। नमामि गंगे योजना के तहत पर्यावरण संरक्षण के क्रम में अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित स्मृतिवन ऋषिकेश की बदहाली पर वन विभाग ने संज्ञान लिया। निर्माणाधीन अर्धनगरीय पेयजल योजना में भारी वाहनों की आवाजाही से सौर ऊर्जा बाड़ सहित क्षतिग्रस्त हुए मुख्य द्वार और बीते वर्ष भारी वर्षा से हुए नुकसान के बाद स्मृतिवन के अध्यक्ष एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने चिन्ता व्यक्त करते हुए समिति की बैठक में प्रभागियवनाधिकारी देहरादून को उक्त मामले पर संज्ञान लेने और जमा हुए अतिरिक्त जल की निकासी का आग्रह किया था।जिसका संज्ञान लेते हुए प्रभागीय वनाधिकारी नीतीश मणि त्रिपाठी ने वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को खाई खुदान के निर्देश दिए थे।निर्देशनुपालन में वन क्षेत्राधिकारी जीएस धमान्दा ने खाई खुदान का कार्य शुरू करवा दिया। गौरतलब है कि स्मृतिवन में वन्यजीवों एवं निराश्रित पशुओं की आवाजाही से पेड़ों को नुकसान हो रहा है।वर्षा जल के जमा होने से बीते छह माह से संपर्क मार्ग कटा हुआ है।अतिरिक्त वर्षाजल की निकासी से अब यहाँ जाने का रास्ता सुगम हो जाएगा। वनक्षेत्राधिकारी ऋषिकेश गम्भीर सिंह धमान्दा ने कहा कि शीघ्र ही खाई खुदान से जल निकासी कर ली जाएगी। खाई खुदान में मौके पर अनुभाग अधिकारी वन दरोगा स्वयम्बर दत्त कण्डवाल,वनबीट अधिकारी प्रेम सिंह रावत,वनबीट सहायक देवेन्द्र सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।