एसटीपी निर्माण के लिए भूमि चयन पर वार्ता करते जर्मन और भारतीय विशेषज्ञ दल

ऋषिकेश।प्रधानमंत्री की अति महत्वपूर्ण नमामि गंगे योजना के तहत अर्धनगरीय सीवरेज योजना के लम्बित पड़े कार्य पर जिला गंगा सुरक्षा समिति की अध्यक्षा/जिलाधिकारी के द्वारा कार्यदायी संस्था पेयजल निगम को भूमि आवंटित किए जाने के बाद भी कार्य शुरू करने में हो रही देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त किये जाने के साथ ही भूमि अधिग्रहण करने के निर्देश दिए गए थे।बावजूद इसके बीते दो वर्षों से कार्य योजना शुरू न होने के कारण सरकार को वित्तीय क्षति उठानी पड़ रही थी।ग्रामीण क्षेत्र सीवरेज की समस्या होने के मामले को जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान द्वारा समिति की बैठकों में उठाया जा रहा था।जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी देहरादून ने तहसील प्रसाशन सहित कार्यदायी संस्था को भूमि अधिग्रहण करने के साथ ही त्वरित गति से कार्य शुरू करने के निर्देश दिये।वीरवार को तहसीलदार ऋषिकेश कार्यदायी संस्था पेयजल निगम के अधकारी एवं वन विभाग की टीम ने संयुक्त सर्वेक्षण करते हुए खदरी खड़क माफ के लक्कड़ घाट के समीप गंगा तटीय क्षेत्र में एक हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण कार्य शुरू कर दिया गया।जिलाधिकारी के निर्देशानुपालन की गम्भीरता का असर कहें या सरकार की महत्वपूर्ण योजना में हो रही देरी से उच्चाधिकारियों का दबाव कहें यहाँ वीर वार को हुई भारी बारिश के बावजूद भी संयुक्त सर्वेक्षण टीम मौके पर डटी रही।टीम में तहसीलदार चमन सिंह, लेखपाल शोभा राम जोशी,जर्मन कम्पनी जी के डब्ल्यू प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट टीम लीडर जर्मन एक्सपर्ट केन कोवा, जी के डब्ल्यू के रेजिडेंट इंजीनियर अखिलेश्वर प्रसाद,सामाजिक प्रबन्धन विशेषज्ञ डॉ पीसी जोशी,सहायक अभियंता पेयजल निगम धर्मेंद्र प्रसाद कुकरेती,कनिष्ठ अभियंता पेयजल निगम आशीष चमोली, वनविभाग के उपवनक्षेत्राधिकारी चन्द्र शेखर भट्ट,अनुभाग अधिकारी स्वयम्बर दत्त कण्डवाल,वन दरोगा दीवान सिंह,वनबीट अधिकारी प्रेम सिंह रावत,वनआरक्षी सुभाष बहुगुणा,स्थानीय ग्रामीण ईश्वर सिंह, कर्म सिंह चौधरी मौजूद रहे।जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने कहा कि एसटीपी निर्माण से पूर्व बाढ़ सुरक्षा तटबन्ध निर्माण एवं पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखा जाए साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि भूमि अधिग्रहण करते समय किसी भी पेड़ को यहाँ क्षति नहीं पहुंचे।संयुक्त टीम में शामिल सामाजिक प्रबन्धन विशेषज्ञ डॉ पी सी जोशी ने भरोसा दिलाया कि सभी पर्यावरण विषयों के अध्ययन के बाद ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कराया जाएगा।साथ ही यहाँ तक पक्की अप्रोच रोड़ का भी निर्माण कराया जाएगा।

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