श्रीमद देवी भागवत के विश्राम पर कराया प्रकृति और संस्कृति के संरक्षण का संकल्प

ऋषिकेष।ग्रामसभा श्यामपुर के नम्बरदार फार्म में श्रीमद देवी भागवत कथा सम्पन्न हुई।कथा विश्राम से पूर्व व्यास पीठ वैष्णवाचार्य शिव स्वरूप नौटियाल जी ने बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रकृति और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्प लेने और मातृ शक्ति और युवाओं को आगे आने का आवाहन किया।उन्होंने कहा कथा समापन नहीं कहना चाहिए।कथाएं विराम लेती हैं समाप्त नहीं होती।अगली श्रीमद्भागवत कथा 18 जनवरी से विकास नगर डाक पत्थर में होगी।इस अवसर पर कथा संचालक और नगर निगम के स्वच्छता ब्राण्ड अम्बेसडर पर्यावरण विद विनोद जुगलान एवं दुर्गा मंदिर समिति के सदस्यों ने मिशन लाईफ और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम की जानकारी पर आधारित नगर निगम ऋषिकेश द्वारा प्रकाशित स्मारिका का व्यास पीठ के साथ विमोचन किया।समस्त उपस्थिति को प्राण वायु की शुद्धता के लिये प्रकृति और सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए एकजुट होकर प्रयास करने का संकल्प लिया ।कथा विश्राम के बाद हजारों हजार की उपस्थिति ने भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया।व्यास पीठ वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप को ग्राम वासियों ने ढोल दमाऊ के साथ भावपूर्ण होकर श्रीमद्भागवत पोथी की विदाई की।इस अवसर पर मातृ शक्ति भावुक होगयीं।व्यास पीठ ने सुख शांति पूर्वक कथा सम्पन्न कराने के लिए श्री दुर्गा कीर्तन मण्डली ग्राम सभा प्रधान विजय पाल जेठूड़ी एवं समस्त सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।श्री दुर्गामाता मन्दिर में घण्टा चढ़ाया गया।