युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए लोक पर्वों के विषय में जनजागरूकता जरूरी

ऋषिकेश।जिला गंगा संरक्षण समिति के सदस्य पर्यावरण विद विनोद प्रसाद जुगलान ने मकर संक्रांति के अवसर पर गौजन सेवा आश्रम गौ संरक्षणशाला में निराश्रित पशुओं को चारा चोकर और गुड़ खिलाया। इस अवसर पर पर्यावरण विद एवं समाजसेवी विनोद जुगलान ने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के उत्तरायणी होने का पर्व है। हमें अपनी संस्कृति और प्रकृति के संरक्षण के प्रयास करने होंगें तभी हमारी युवा पीढ़ी को हमारी सांस्कृतिक विरासत का लाभ मिलेगा। युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए लोक पर्वों के विषय में जनजागरूकता जरूरी है।लोक पर्व हमारी संस्कृति के संवाहक हैं।उन्होंने कहा कि एक ओर सनातन संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है,वहीं दूसरी ओर गौमाता सड़कों पर इधर उधर निराश्रित घूम रही है जो खेद पूर्ण है।जुगलान ने यह भी कहा कि मकर संक्रांति के अवसर पर निर्धनों को खिचड़ी प्रसाद और गौमाता को चोकर चारा वितरण करने से गंगा स्नान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।निराश्रित गौवंशों को चोकर चारा वितरण के पुनीत अवसर पर आचार्य सौरभ सेमवाल,समाजसेवी विनोद जुगलान,सामाजिक कार्यकर्ता हरिप्रकाश जोशी,भूत पूर्व कारगिल गौरव सेनानी सुंदर लाल गौड़,गौसेवक राज कुमार हुड्डा,सुनील कुमार,मोनिका हुड्डा,राम चन्द्र आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।