आचार्य धर्मशात्री को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि से किया सम्मानित
1 min readदेहरादून। गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट (पंजीकृत) कोटद्वार गढ़वाल उत्तराखण्ड के संस्थापक निदेशक, वैदिक धर्मावलंबी, ऋषि भक्त, वरिष्ठ समाजसेवी, फोर्मर मेडिकल प्रिंसिपल सेक्रेटरी एम्स नई दिल्ली, वेदाचार्य, वैदिक संस्कारों एवं धार्मिक अनुष्ठानों के विशेषज्ञ आचार्य धर्मशात्री जी
को साहित्यिक, प्रशासनिक, सामाजिक एवं मानवाधिकार क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए ” विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग ” भारत सरकार द्वारा डाॅक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है। उन्होंने एम्स में विशिष्ट पदों पर कार्य करते हुए पिछले पांच दशकों से सैकड़ों जरूरतमंद रोगियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं असहायजनों की लगातार सामाजिक सेवाओं द्वारा पुण्य परोपकारी सराहनीय कार्य किए हैं। सेवानिवृत्त होने के बाद भी वे समय-समय पर रोगी सेवाओं में निस्वार्थ सेवा हेतु सदैव कर्तव्यशील रहते हैं। विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं वैदिक समाजों/संस्थाओं/संगठनों में वे अपना पूर्णतः समाज सेवा एवं योगदान देते आए हैं। समाज के कल्याणार्थ उल्लेखनीय कार्यों के लिए उन्हें *डॉ आंबेडकर नेशनल फेलोशिप अवार्ड – 2011 सहित कई सम्मानों से सम्मानित किया गया है। वे विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग, भारत सरकार के राष्ट्रीय सदस्य भी हैं।