श्रीनगर में 5 अक्टूबर से दो दिवसीय अखिल भारतीय गढ़वाली व्याकरण/मानकीकरण कार्यशाला का आयोजन
1 min readश्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली एवं भाषा प्रयोगशाला हेमवती नंदन बहुगुणा विश्व विद्यालय श्री नगर के तत्वावधान में 5 से 6 अक्टूबर को दो दिवसीय अखिल भारतीय गढ़वाली व्याकरण/मानकीकरण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा कि जिसमें देशभर के दर्जनों साहित्यकार व भाषाविद भाग लेंगे।
उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली के सयोंजक दिनेश ध्यानी ने बताया कि श्रीनगर मे कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु हमारा प्रयास रहेगा कि गढ़वाली भाषा व्याकरण एवं मानकीकरण पर कुछ बिंदुओं पर हम और आगे बढ़े।
कार्यशाला में जहां , एक और विद्वान साहित्यकार एवं भाषाविद जुड़ रहे हैं वहीं ,वही गढ़वाल विश्वविद्यालय के शोध छात्रों एवं नई पीढ़ी को भी जोड़ने का प्रयास रहेगा।
ज्ञातव्य् हो कि उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली लगातार भाषाई सरोकारो के प्रति सजग हैं। गढ़वाली भाषा को सविंधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने का मंच लगातार प्रयास कर रहा हैं।
श्रीनगर के इस आयोजन में भाषाविद डा. नंदकिशोर ढोंड़ियाल, प्रो. सुरेश मामगाई,रमाकांत बेंजवाल,डा.नंद किशोर हटवाल, बीना बेंजवाल,रमेश चंद घिल्डियाल, दर्शन रावत,अनिल पंत,जगमोहन रावत, मदन ढुकलान,आशीष समेत कई गढ़मान्य लोग शामिल होंगे। गढ़वाल विश्विद्यालय की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल को भी मंच द्वारा आमंत्रित किया गया है।