नवोदित-प्रवाह द्वारा साहित्यकार लक्ष्मी शंकर बाजपेई का अभिनंदन
1 min readदेहरादून। देहरादून के नवोदित-प्रवाह द्वारा पाम सिटी में देश के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ लक्ष्मीशंकर बाजपेई के सम्मान में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व कुलपति डॉ सुधा पांडे, नवोदित-प्रवाह के संपादक रजनीश त्रिवेदी और कवयित्री डॉ रेणु पंत ने डॉ बाजपेई और सुप्रसिद्ध कवयित्री, श्रीमती ममता किरण का शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिह्न प्रदान कर अभिनंदन किया।
डॉ लक्ष्मीशंकर बाजपेई ने देहरादून के साथ अपनी स्मृतियों का उल्लेख करते हुए अपनी गजल प्रस्तुत की-
वो आसमां से सुबह की लाली, उतर गयी है, वो शायरी है। हरेक जर्रे की जैसे रंगत निखर गयी है, वो शायरी है। तमाम लहरें ही दौडी आयीं, जो मैं समन्दर के तट पे पहुँचा,
लिपट के पांव से प्यार से, जो लहर गयी है, वो शायरी है। ममता किरण ने भी अपनी विचारोत्तेजक कविता का पाठ किया। डॉ. सुधा पांडे ने भी सभी के अनुरोध पर अपनी एक कविता सुनाई। डॉ. रेणु पंत ने बेटी के सशक्तिकरण पर अपनी कविता का पाठ किया और अतिथि कवियों के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। श्री सुनील त्रिवेदी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। अंत में रश्मि आलोक ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।