वन संरक्षक (वन्यजीव) उत्तराखंड डॉ समीर सिन्हा ने एक पौधा माँ के नाम अभियान के तहत की नई पहल की शुरुआत
ऋषिकेश।अठूर भागीरथी स्वयं सहायता द्वारा संचालित स्मृतिवन ऋषिकेश में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक एवं प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) उत्तराखंड डॉ समीर सिन्हा ने एक पौधा माँ के नाम अभियान के तहत सपत्निक एवं अपनी माता के साथ रुद्राक्ष एवं फलदार छायादार पौध रोपण किया।इससे पूर्व स्मृतिवन संरक्षक एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण संयोजक पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने उनका पुष्प गुच्छ भेंटकर स्मृतिवन में स्वागत किया।मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ समीर सिन्हा ने समूह द्वारा स्थापित स्मृतिवन की सराहना करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सामुदायिक सहयोग महत्वपूर्ण है।स्मृतिवन संरक्षक विनोद जुगलान ने उन्हें बताया कि 16 जून 2019 में स्मृतिवन की स्थापना की गई थी।सामूहिक प्रयासों से हम पर्यावरण संरक्षण की कल्पना को साकार कर रहे हैं।मुख्य प्रतिपालक ने स्मृतिवन संरक्षण एवं विकास के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करने का आश्वासन दिया।उन्होंने कहा कि स्मृतिवन के विकास में व्यक्तिगत रूप से भी यदि योगदान की आवश्यकता पड़ती है तो वह शुरुआत स्वयं से ही करना चाहेंगे।उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून को स्मृतिवन के विकास के लिए योजना तैयार करने को कहा।पौध रोपण के अवसर पर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के साथ उनकी पत्नी और माता जी भी साथ रहीं।मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी नीरज कुमार शर्मा, प्रशिक्षु आईएफएस तरुण एस,रेंजर ऋषिकेश गंभीर सिंह धमान्दा,अनुभाग अधिकारी स्वयम्बर दत्त कण्डवाल,सुनील कुमार भदुला,प्रेम सिंह रावत,कमल राजपूत उपस्थित रहे।