स्मृतिवन ऋषिकेश अर्धनगरीय पेयजल योजना के समीप पुलिया निर्माण कार्य जल्द शुरु किये जाने की दरकार
ऋषिकेश।स्मृतिवन के समीप वर्ल्ड बैंक पोषित ऋषिकेश अर्धनगरीय पेयजल योजना के संपर्क मार्ग की पुलिया बीते अगस्त माह में हुई भारी वर्षा के के परिणामस्वरूप बाढ़ में बह गई थी,जबकि नमामि गंगे योजना के तहत स्थापित स्मृतिवन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।यहाँ लगातार अभी भी बड़ी मात्रा में जल स्रोत फुट जाने के कारण यहाँ लगातार पानी बह रहा है।तीन माह बीत जाने के बाद भी जब यहाँ क्षति ग्रस्त निर्माण कार्यों की मुरम्मत का कार्य सम्बन्धित विभाग द्वारा नहीं किया गया तो बीती 20 नवम्बर को जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में समिति के सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान द्वारा मामला समिति अध्यक्षा जिलाधिकारी देहरादून के संज्ञान में लाया गया।मामले की गंभीरता देखते हुए डीएम देहरादून सोनिका ने उत्तराखंड जल संस्थान (अर्धनगरीय विश्व बैंक पोषित पेयजलयोजना) को क्षतिग्रस्त कार्यों के पुनर्निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे।जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद भी यहाँ अभी तक पुलिया निर्माण, सम्पर्क मार्ग और ओवर हैड टैंक निर्माण के लिए जल संस्थान द्वारा स्मृतिवन की काटी गई सौर ऊर्जा बाड़ की मुरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है।समिति के सदस्य एवं स्मृतिवन संरक्षक अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष विनोद जुगलान का कहना है कि संपर्क मार्ग न होने से जहाँ एक ओर यहाँ पौधरोपण के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर जल संस्थान द्वारा मुख्य द्वार और सुरक्षा तारबाड़ की मुरम्मत न होने के कारण यहाँ पशुओं के झुण्ड स्मृतिवन को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद भी सम्बन्धित विभाग द्वारा संज्ञान न लेने और पुनर्निर्माण कार्य न होने से विभागीय अधिकारियों की लापरवाही सामने आ रही है। यहाँ जगह जगह पेड़ उखड़े पड़े हैं सड़क के किनारे लगातार पानी बहने से नाला बन गया है साथ ही गड्ढों में भरा हुआ बर्षात का पानी डेंगू जैसी भयानक बीमारियों को न्योता दे रहा है।इससे स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है।स्थानीय निवासी तेज राम बेलवाल का कहना है कि इसी पानी में मृत पशुओं के अवशेष और कूड़ा करकट बहने से आसपास के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।लालपानी स्थित टिहरी बांध विस्थापित क्षेत्र के लोगों ने यहाँ जल निकासी की समुचित व्यवस्था की माँग की है।मांग करने वालों में विजय जुगलान,विजय बिष्ट, रमेश चंद्र बेलवाल,रोशन लाल ,दीपक बेलवाल,अरुण शर्मा,हरीश रतूड़ी,बिमला नौटियाल,नीलम,सरोजनी देवी,अनिता देवी,सीता देवी,कमला देवी, प्रसन्नी देवी आदि प्रमुख हैं।