जीवन की व्यथाओं का हरण करती हैं हरिनाम कथाएं…
ऋषिकेश। ग्राम सभा श्यामपुर के नम्बरदार फार्म में श्री दुर्गा कीर्तन मण्डली द्वारा लोक कल्याण के लिए आयोजित नौ दिवसीय श्रीमद देवी भागवत में पँचम दिवस की कथा प्रारंभ करते हुए श्री कृष्ण जन्म पर नंद बाबा की खुशी का वृतांत सुनाते हुए कहा कि जब श्रीप्रभु ने जन्म लिया तो वासुदेव जी कंस कारागार से उन्हें लेकर नंद बाबा के यहाँ छोड़ आये और वहाँ जन्मी योगमाया को लेकर आये।नन्द बाबा के घर में कन्हैया के जन्म की खबर सुनकर पूरा गोकुल झूम उठा।कथा व्यास वैष्णवाचार्य ने कहा कि जब जब धर्म की हानि होती है तब तब मानव कल्याण के लिए श्री प्रभु अवतार लेते हैं।उन्होंने कहा हरिनाम कथाएं जीवन की व्यथाओं का हरण करती हैं।कथा में विशेष रूप से सुरकण्डा माता की डोली पहुँची।डोली का भव्य स्वागत ढोल दमाऊ के थाप पर किया गया। जब भी जितना भी समय मिले प्रभु नाम का स्मरण अवश्य करना चाहिए।कथा में मंदिर समिति की पदाधिकारी अनिता कुलियाल,सोमवती सेमल्टी,जगदीश प्रसाद राकेश उनियाल,जय प्रकाश जुगलान,मोहन लाल पेटवाल, मायाराम पेटवाल,सतीश गौड़,भवानी दत्त डंगवाल सुरकण्डा माता के उपासक अजय बिजल्वाण आदि प्रमुख रूप के उपस्थित रहे।