प्रगति की समीक्षा तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान हेतु मासिक कैम्प लगाने के दिये निर्देश
1 min readदेहरादून। पशुपालन विभागान्तर्गत संचालित की जाने वाली विभिन्न केन्द्र पोषित / राज्य सेक्टर की योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन एवं उक्त योजनाओं का समय लाभ लाभार्थियों तक पहुँचाने तथा विभागीय पर्यवेक्षण हेतु पशुपालन निदेशालय में तैनात अधिकारीगणों को अपने-अपने जनपदों मे प्रत्येक माह में एक ग्राम चयनित कर न्यूनतम दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करेंगे। उनको इसी क्षेत्र में दो रात्रि विश्राम भी करना होगा।
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि उत्तराखंड के सभी जनपदों में विभागीय योजनाओं के अनुश्रवण, निरीक्षण एवं प्रगति की समीक्षा तथा पशुपालकों की समस्याओं के निदान करने के दृष्टिगत माह में एक बार कैम्प करने हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डा० बी०सी० कर्नाटक, निदेशक को पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढवाल दो जनपदों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डा० नीरज सिंघल, संयुक्त निदेशक, सामान्य प्रशासन हरिद्वार एवं देहरादून का प्रभार संभालेंगे। इसी तरह डा० राकेश नेगी, संयुक्त निदेशक/मुख्य अधिशासी अधिकारी, यू०एल०डी०बी० को ऊधमसिंहनगर जिला, डा० शरद कुमार भण्डारी, संयुक्त निदेशक, पशुकल्याण बोर्ड, को देहरादून और चम्पावत जिला,
डा० प्रेमसागर भण्डारी, संयुक्त निदेशक, सम्बद्ध, मुख्यालय को पिथौरागढ़ जिला, देवेन्द्र शर्मा, संयुक्त निदेशक, मुख्यालय को अल्मोड़ा और बागेश्वर जिला, डा0 रमेश सिंह नितवाल, संयुक्त निदेशक, शीप बोर्ड को नैनीताल जिला,
डा0 सुनील कुमार बिन्जोला, संयुक्त निदेशक,मुख्यालय को रूद्रप्रयाग और चमोली जिला , डा0 सुनील कुमार अवस्थी, संयुक्त निदेशक,मुख्यालय को उत्तरकाशी जिला के लिए नामित किया गया है।
उक्त अधिकारी गणों को निर्देशित किया गया है कि, वे अपने-अपने जनपदों मे प्रत्येक माह में एक ग्राम चयनित कर न्यूनतम दो रात्रि विश्राम सुनिश्चत करते हुए विभागान्तर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट अपनी आख्या सहित प्रत्येक माह शासन क उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।