अर्थ गंगा के तहत विकसित होगा खदरी का खादर क्षेत्र
ऋषिकेश। नमामि गंगे योजना के तहत जनपद में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा के लिए जिलाधिकारी देहरादून की अध्यक्षता में गठित जिला गंगा सुरक्षा समिति की 61वीं बैठक में समिति अध्यक्ष जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।मासिक बैठक में समिति सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने सदन को जनपद अंतर्गत अर्थ गंगा के तहत गंगाजी के प्रथम उपजाऊ खादर क्षेत्र को संरक्षित कर जैविक खेती को प्रोत्साहित करने की बात कही।मामले की गंभीरता देखते हुए जिलाधिकारी ने सोनिका ने समिति के नोडल अधिकारी जिला विकास अधिकारीसुशील मोहन डोभाल को निर्देशित किया कि उक्त संदर्भ में उपजिलाधिकारी को पत्र प्रेषित कर क्षेत्र का निरीक्षण कर संज्ञान लेने और खादर क्षेत्र की उपजाऊ भूमि को कृषि कार्यों के लिए ही प्रयोग में लाने और नालों खालों की भूमि पर हो रहे अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाने के निर्देश जारी करने को कहा।साथ ही समिति सदस्य ने खदरी के खादर क्षेत्र में सौंग नदी की बाढ़ से बहगयी किसानों की भूमि के उपजाऊपन नष्ट होने की बात कही,समिति सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि तटबन्ध निर्माण में बाढ़ प्रभावित किसानों की भूमि का भी मौके पर भरान किया जाए।ताकि किसान अपना गुजरबसर कर सकें।जुगलान ने कहा कि वन्यजीवों से फसल सुरक्षा को लेकर गंगा तटीय क्षेत्र खादर में वाच टावर स्थापित किया जाए।जिसके कार्ययोजना के लिए उपप्रभागीय वनाधिकारी स्पर्श काला को जिलाधिकारी ने निर्देश दिया। उधर ऋषिकेश में गंगा तट स्थित त्रिवेणी घाट पर बाढ़ के मलवे के निस्तारण के भी निर्देश दिए।एसपीएमजी स्पेशल मैनेजमेंट ग्रुप के पर्यावरण विशेषज्ञ कुमार अक्षय ने गंगा स्वच्छता को लेकर सौंग नदी और सुषवा नदी में भी स्वच्छता के लिए कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया।समिति के जिला परियोजना अधिकारी रवि कान्त पाण्डेय ने गंगाजी त्रिवेणीघाट के विकास और नए घाट निर्माण करने का सुझाव रखा।जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कार्यवाही के निर्देश दिए गए।बैठक में डीएम ने बहत्तर सीढ़ी के समीप अतिक्रमण हटाने और मार्गों पर हो रहे अवैध अतिक्रमण पर नगर निगम को सख्ती के साथ पालन कराने के भी निर्देश दिए।साथ ही अर्धनगरीय क्षेत्र में सीवरेज सिस्टम के क्रियान्वयन में हो रही देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए पेयजल निगम के परियोजना प्रबन्धक (अनुरक्षण एवं निर्माण इकाई गंगा)संदीप कुमार वर्मा को निर्देशानुपालन करने के निर्देश दिए।इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी ऋषिकेश को एसटीपी के लिए भूमि अधिग्रहण करने के निर्देश दिए ।बैठक में जनपद अंतर्गत नमामि गंगे कार्यों की समीक्षा की गई।बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल,एसपीएमजी के पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ कुमार अक्षय ,सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश चन्द्र कान्त भट्ट,क्षेत्रीय अधिकारी उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड डॉ आर के चतुर्वेदी,अधिशाषी अभियंता सिंचाई विभाग दिनेश चंद्र उनियाल,एसडीओ वनविभाग स्पर्श काला,सहायक अभियंता सिंचाई विभाग अनुभव नौटियाल,सहायक अभियंता उत्तराखण्ड जल संस्थान हरीश बन्सल,जिला गंगा सुरक्षा समिति के जिला परियोजना अधिकारी आर के पाण्डेय,गुरमीत सिंह एमआईएस एक्सपर्ट नगर निगम ऋषिकेश,उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता मौजूद रहे।नगर निगम के स्वच्छता ब्राण्ड अम्बेसडर पर्यावरण विनोद जुगलान ने जिलाधिकारी को नगर निगम ऋषिकेश द्वारा एन कैप नेशनल क्लीन प्रोग्राम के तहत किये गए कार्यो की संक्षित विवरण पुस्तिका भेंट की।