चार दिवसीय अभिन्यास कार्यक्रम 14 फरवरी से 17 फरवरी तक
1 min read
देहरादून । विज्ञान और गणित विषय से सम्बंधित गतिविधियों को विद्यालय स्तर पर प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा चार दिवसीय अभिन्यास कार्यक्रम आज परिषद के सभागार में शुरू हो गया है। यह कार्यक्रम परिषद सभागार में 14 फरवरी से 17 फरवरी तक चलेगा । इस कार्यक्रम में हर जिले के राजकीय विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 तक शिक्षण करने वाले तीन शिक्षक, एक डायट विज्ञान सन्दर्भ व्यक्ति और एक जिला समन्वयक भाग ले रहे हैं । कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में बंदना गर्बयाल निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण तथा माध्यमिक शिक्षा ने कहा कि विज्ञान और गणित विषय से सम्बंधित अवधारणाएँ मॉडल और प्रदर्शनी के माध्यम से सरलता से समझी जा सकती है। अपर निदेशक एस. सी. ई. आर. टी. प्रदीप रावत ने कहा कि मॉडल, विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान ड्रामा आदि के माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होता है। सहायक निदेशक डॉ. कृष्णानन्द बिजलवाण ने कहा कि करके सीखना विज्ञान शिक्षण का महत्वपूर्ण सूत्र है।राज्य समन्वयक देवराज सिंह राणा और सह समन्वयक नीलम पंवार ने कार्यक्रम की रूपरेखा को साझा करते हुए कहा कि इस कार्यशाला में बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी, विज्ञान सेमिनार, विज्ञान ड्रामा, इंस्पायर अवार्ड एवं राष्ट्रीय आविष्कार सप्ताह के आयोजन के सम्बन्ध में जानकारी दी जाएगी और मॉडल के माध्यम से शिक्षण -अधिगम प्रक्रिया संचालित करने के लिए जागरूक किया जाएगा। कार्यशाला में इंस्पायर मानक कार्यक्रम पर डॉ. अवनीश उनियाल, विज्ञान शिक्षण में प्रदर्श पर विज्ञान गणित शिक्षा विभाग एन सी. ई. आर. टी. नई दिल्ली के प्रोफेसर दिनेश कुमार, विज्ञान ड्रामा पर डॉ. उमेश चमोला विज्ञान शिक्षक एवं साहित्यकार तथा STEM (Science Technology Engineering and Mathemathics ) पर IISER पुणे से नितिन तिवाने और प्रदन्या द्वारा सन्दर्भदाता के रूप में योगदान दिया जाएगा। इसके अलावा हर जनपद के विज्ञान समन्वयक द्वारा जिले स्तर पर की जा रही गतिविधियों को प्रस्तुत किया जाएगा।