ऋषिकेश।श्यामपुर न्याय पँचायत क्षेत्र की 16 ग्राम सभाओं सहित आसपास के क्षेत्र में ग्रामीण वायरल फीवर से ग्रस्त हैं।जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद एवं समाजसेवी विनोद जुगलान ने कहा कि राज्य स्थापना के 22 वर्षों बाद भी ग्रामीण जनता स्वास्थ्य जैसे मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही है,यह चिन्ता का विषय है।ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र को बने वर्षों बीत गए हैं लेकिन आज तक यहाँ न चिकित्सक की नियुक्ति की गई है स्वास्थ्य कर्मियों का अतापता है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन पर आज भी ताले लटके हुए हैं। सरकार द्वारा मलेरिया उन्मूलन के लिए बनाया गया मलेरिया विभाग तो समाप्त कर दिया गया लेकिन उसकी जगह कोई डेंगू नियंत्रण या संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग की स्थापना आज तक नहीं हो पाई है।सत्रह हजार से अधिक ग्रामीण आबादी वाले खड़क माफ में अभी तक डेंगू से बचाव को दवा का छिड़काव न तो स्थानीय प्रसाशन द्वारा कराया गया है और न ग्रामीण जनप्रतिनिधियों को दवा छिड़काव की सुविधा दी गयी है।बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्र में वायरल फीवर से हर घर में लोग पीड़ित हैं लेकिन इसकी सूचना प्रसाशन को अभी तक नहीं हुई है।ऐसे में यदि संक्रामक बुखार के संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है।प्राइवेट अस्पतालों सहित छोटे क्लीनिकों पर रोगियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है जो चिंता का विषय है।प्रशासन को इस ओर ध्यान देते हुए सुरक्षात्मक प्रबंधन करने चाहियें।जुगलान ने प्रसाशन से गाँवों में स्वास्थ्य विभाग निरीक्षण दल भेजकर स्थिति का जायजा लेने की माँग करते हुए स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की माँग की है।उन्होंने कहा कि वायरल फीवर से विद्यार्थियों में संक्रमण के खतरे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।जो कि चिंताजनक है।