ऋषिकेश। ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में श्री शिव महापुराण की सप्तम दिवस की कथा में कथा व्यास वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि काल भैरव की पूजा करने से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है। शिव महापुराण कथा श्रवण करने मात्र से ज्ञान और अध्यात्म की प्राप्ति होती है।श्रावण मास में महादेव की पूजा करने से प्रभु की सहज ही प्राप्ति होती है।इस लिए महादेव को भोले नाथ भी कहा जाता है।कथा सुनने वालों में महन्त जगदीश प्रपन्नाचार्य महाराज,शूरवीर सिंह चौहान,सूबेदार विक्रम सिंह कण्डारी,प्रभु दयाल कोठियाल,कैलाश कोठियाल,पूर्व प्रधान सरोप सिंह पुण्डीर, महावीर उपाध्याय,लक्ष्मण सिंह चौहान,मानवेन्द्र कण्डारी,मुकेश धनाई, आचार्य गीता राम चमोली,प्रदीप नौटियाल,कृष्ण कान्त भट्ट,रोहित रावत,रेखा कण्डारी,अनिता रावत,शशि भट्ट,मीना कुलियाल,मधु चमोली,कौशल्या डोभाल,दुर्गा रतूड़ी, राजी भंडारी,भूमा चौहान,राजेश्वरी चौहान सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।