मेरठ। गढ़वाल सभा द्वारा श्री देव सुमन जी की 78 वी पुण्यतिथि श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मनाई गई ।
ओ पी रतूड़ी अध्यक्ष द्वारा अपने संबोधन में बताया कि अमर शहीद श्री देव सुमन जी ने टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड मे राजशाही के विरुद्ध आंदोलित किया गया था। जनता के लिए लोकतंत्र की मांग की गयी। राजशाही द्वारा मांग को अस्वीकार करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। जहां उनके साथ अमान्य व्यवहार किया गया। अपनी मांगों के लिए श्री देव सुमन जी ने जेल में ही आमरण अनशन किया। अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। राजशाही ने जन आंदोलन से बचने के लिए उनकी लाश को रात में ही नदी में फेंक दिया। जनता को पता चलने पर जन आंदोलन हुआ। राजशाही को जनता की मांग माननी पडी। लोकतंत्र की स्थापना हुई। अमर शहीद श्री देव सुमन का बलिदान व्यर्थ नहीं गया। उन्होंने अपनी जान देकर जन सामान्य के लिए लोकतंत्र का दरवाजा खोल दिया ।
श्रद्धांजलि सभा में सुरेंद्र चौहान महामंत्री, दिवाकर ध्यानी कोषाध्यक्ष, रिषीराज उनियाल, महावीरसिंहरावत, ,कैप्टन वीर सिंह रावत पूर्व उपाध्यक्ष, लक्ष्मी गुसाईं सांस्कृतिक मंत्री आदि उपस्थित रहे।