श्रीनगर गढ़वाल। 11 सूत्री मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से खफा एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कर्मचारी 11 जुलाई से सत्याग्रह करेंगे। पहले चरण में कर्मचारी बांह पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर प्रदर्शन और अनशन का रास्ता अपनाएंगे।
विवि में कार्यरत समस्त दैनिक वेतन कर्मियों को रिक्त पदों पर उनकी नियुक्ति तिथि से समायोजन करने, समायोजन पूर्ण न होने तक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की किसी भी पद की विज्ञप्ति प्रकाशित न करने, कोर्ट में विचाराधीन मामलों को छोड़कर अन्य सभी वर्ग के कर्मचारियों व एमटीएस से लेकर अनुभागीय अधिकारी के पदों को आंतरिक पदोन्नति से भरने, रेशनलाइजेशन कमेटी के पुनरू गठन के लिए यूजीसी को प्रस्ताव भेजने, मृतक आश्रितों को समायोजन होने तक आउटसोर्सिंग में नियुक्ति, समय पर वेतन भुगतान, केंद्रीय विवि के अधीन एक केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने आदि की मांग करते हुए गढ़वाल विवि कर्मचारी संघर्ष समिति ने विगत नौ जून को कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा था। समिति ने मांगों के लिए कार्रवाई के लिए विवि को एक माह का समय दिया था।
समिति के अध्यक्ष देवेंद्र फर्स्वाण और महासचिव सुनील रावत ने रोष जताया कि एक माह की अवधि में विवि की ओर से कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है। इस वजह से अब सत्याग्रह आंदोलन होंगे। बताया कि 11 जुलाई से प्रथम चरण में कर्मचारी विरोधस्वरूप काली पट्टी बांध कर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि आंदोलन के दौरान न तो विवि बंद किया जाएगा और ना ही विवि के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न किया जाएगा।