बेहतरीन प्रस्तुति के साथ मुंबई उत्तराखंड महोत्सव ने जीता लोगो का दिल….

मुंबई । मुंबई में मुंबईकर उत्तराखंडियों की सबसे पुरानी व प्रतिनिधि संस्था एवम् विगत 96 वर्षों से उत्तराखंड समाज के सामाजिक , सांस्कृतिक व शैक्षणिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्ध संस्था गढ़वाल भ्रातृ मंडल द्वारा प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी मुंबई उत्तराखंड महोत्सव – 2024 का आयोजन किया गया । इसका भव्य आयोजन मुंबई के कांदिवली – पूर्व में ठाकुर विलेज स्थित ठाकुर इंजीनियरिंग कालेज के मैदान में संपन्न हुआ ।
मुंबई उत्तराखंड महोत्सव – 2024 का आगाज दिनांक 26 जनवरी 2024 को नंदा देवी माता कलश यात्रा से हुआ । कलश यात्रा सिद्धार्थ नगर , बोरीवली – पूर्व स्थित गायत्री मंदिर से प्रारंभ होकर आयोजन स्थल ठाकुर इंजीनियरिंग कॉलेज में संपन्न हुई । कलश यात्रा के मार्गदर्शक धर्मा नंद रतूड़ी महाराज व संयोजक त्रिलोचन चंद सनवाल थे । कलश यात्रा में लगभग मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों से आए 26 उत्तराखंडी भजन मंडलियों ने शिरकत की ।आचार्य जयानंद सेमवाल व उनके सहयोगियों द्वारा मां नंदा की डोली की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गई ।
आचार्यों द्वार वेदपाठ करने के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुवात हुई । भारत के राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित , मांगल गर्ल नाम से मशहूर नंदा सती ने मांगल गीत गाकर सांस्कृतिक संध्या की शुरुवात की । इसके पश्चात रेखा एंड ग्रुप द्वारा गणेश वंदना नृत्य की प्रस्तुति दी गई । रेशमा रौथाण ( फिट एंड फन एक्टिविटीज ग्रुप ) और पुष्पा बिष्ट ( रंगीलो पहाड़ ग्रुप ) द्वारा मनमोहक उत्तराखंडी लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी गई ।
स्थानीय प्रस्तुतियों के पश्चात महोत्सव के प्रथम दिन के आकर्षण उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक अमित सागर ने चैत की चैत्वाली , हे घना , नाच मेरी बीरा जैसे एक से बढ़ कर एक गीत गाकर समा बांध दिया ।
इसके पश्चात मुख्य आकर्षण गुलाबी शरारा द्वारा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर चुके उत्तराखंडी लोक गायक इंदर आर्य ने हे मधु , बोल हीरा बोल , जोड़ी फर्स्ट क्लास , मेरो लंहगा और गुलाबी शरारा गाकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया ।विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बॉलीवुड के लोकप्रिय पार्श्व गायक देव नेगी की इंदर आर्य के साथ जुगलबंदी ने इस शाम को यादगार बना दिया ।
महोत्सव के दूसरे दिन की शुरुवात युवा उत्तराखंडी लोक गायिका अंजली खरे द्वारा खोली का गणेशा से की गई । तत्पश्चात मीना कंसवाल एंड ग्रुप – भायंदर, उत्तरांचल वेल फेयर एसोसिएशन – नाला सोपारा , प्रेरणा नेगी एंड ग्रुप और पार्थो एंड ग्रुप द्वारा अति सुंदर उत्तराखंडी लोक नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई ।
दूसरे दिन के मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध उत्तराखंडी लोक गायक गजेंद्र राणा ने फुर्की बांध , लीला घस्यारी , पुष्पा छोरी, बबली तेरो मोबाइल जैसे सुपर हिट गीत गाकर सभी को नाचने पर मजबूर कर दिया । जवां दिलों की धड़कन , उत्तराखंड की सनसनी अभिनेत्री नृत्यांगना श्वेता माहर ने अपने नृत्यों से सभी का दिल जीत लिया । उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोकगायिका संगीता ढौंडियाल ने ढोल दमों बजी गे आदि लोकप्रिय लोक गीत गाकर दर्शकों के जन सैलाब को झूमने पर मजबूर कर दिया । क्रीम पाउडर फेम राकेश खनवाल द्वारा घागरी पारूली , हिमूली , क्रीम पावडर आदि गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
महत्सोव के तृतीय दिवस की शुरुवात मुंबई के स्थानीय नृत्य ग्रुप और स्थानीय उत्तराखंडी लोकगायक देवकी नंदन कांडपाल व रत्ना कुंवर के गीतों से हुई ।
तृतीय दिन के मुख्य आकर्षण उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक किशन महिपाल ने मंच पर आकर सयाली , रानीखेता की राम ढोला , लागी बडूली , सोबती बाना , घुगुती और फ्योंलिडिया जैसे सुपर हिट गाने गाकर स्मपूर्ण उत्तराखंड महोत्सव के प्रांगण को नाचने पर मजबूर कर दिया ।
मां धारी देवी फोक आर्ट टीम के युवा कलाकारों ने हरीश शर्मा के नेतृत्व में ढोल दमांऊ , मसकबीन जैसे उत्तराखंडी वाद्य यंत्रों पर अपनी कला दिखाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया ।
महोत्सव के दौरान विभिन्न उत्तराखंडी वस्तु व उत्पादों की भरपूर बिक्री हुई । हरीश कैटर्स के स्टॉल पर लोगों ने उत्तराखंडी व्यंजनों का भरपूर स्वाद लिया ।
त्रिदिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफल संचालन प्रवृत्ति चंद , धनंजय रावत व सुरेंद्र भट्ट द्वारा संयुक्त रूप से किया गया । डॉक्टर राजेश्वर उनियाल के संचालन में अतिथियों का सम्मान किया गया ।
मुंबई उत्तराखंड महोत्सव में उत्तराखंड के माननीय शिक्षा एवम् स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत जी , धारचूला के विधायक हरीश धामी जी, उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी आदि ने उपस्थित होकर मंडल को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की । अन्य विशिष्ट अतिथियों में जे. एस. टोलिया , मातबर सिंह , शिवसेना युवा नेता राज सुर्वे , डॉक्टर सुमन रावत , नेहा जोशी , आरुषि निःशंक , महिपाल रावत , हरि मृदुल , रेखा खान , देवेंद्र कोरंगा , नीरज केष्टवाल, अमृता नौटियाल , जया बिष्ट , धर्मानंद रतूड़ी , बहादुर सिंह बिष्ट , धीरेंद्र डिमरी , महेंद्र सिंह नेगी , पूरन सिंह पटवाल आदि का समावेश था । फिल्म जगत से देव नेगी , हिमानी शिवपुरी , हेमंत पांडे , राज चावला , यतिंद्र रावत आदि ने गरिमामई उपस्थिति दी।
महोत्सव को सफल बनाने में एड .सरोज ममगाई , गणेश नौटियाल ,रमेश बलोदी , पुरुषोत्तम नेगी , मनोज सती , आशुतोष रतूड़ी , कीर्तिकेय सिंह रावत , दयानंद शर्मा , शुक देव शर्मा , मंजीत रावत , त्रिलोचन सनवाल , आयुष कंडारी , देविका नेगी , लालीनानंद बहुगुणा , ललित बिष्ट , दया राम सती , सैन सिंह रावत आदि का विशेष योगदान रहा ।
गढ़वाल भ्रातृ मंडल , मुंबई के अध्यक्ष रमण मोहन कुकरेती ने सभी का स्वागत किया । महासचिव मनोज द्विवेदी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
28 जनवरी 2024 को मां नंदा देवी की डोली के विधिवत प्रस्थान के बाद अगले साल फिर मिलने के वादे के साथ मुंबई उत्तराखंड महोत्सव का समापन हुआ ।

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