ANI ने शुक्रवार को सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारत सरकार यूक्रेन में भारतीयों के लिए निकासी उड़ानों का आयोजन कर रही है। फंसे नागरिकों की इस निकासी के लिए पूरा खर्च भारत सरकार उठाएगी.
इस बीच, यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए वहां के भारतीय दूतावास ने नई एडवाइजरी जारी की है और कहा है कि भारत सरकार रोमानिया और हंगरी के रास्ते नागरिकों को सुरक्षित निकालने की कोशिश पर काम कर रही है।
एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लॉवरोव और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से अलग अलग बातचीत की और इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन संकट के समाधान के लिये बातचीत और कूटनीति सबसे अच्छा रास्ता है।
रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू करने की व्यापक स्तर पर निंदा हुई है और इस संघर्ष के फैलने की आशंका व्यक्त की जा रही है. ऐसे में तनाव कम करने के वैश्विक प्रयासों में भारत सभी संबद्ध पक्षों के साथ सम्पर्क में है।
लॉवरोव के साथ बातचीत के दौरान जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री को बताया कि संकट के समाधान के लिये ‘बातचीत और कूटनीति’ ही सर्वश्रेष्ठ रास्ता है. विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘यूक्रेन के घटनाक्रम को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लॉवरोव से बात की. इस बात को रेखांकित किया कि बातचीत और कूटनीति सर्वश्रेष्ठ रास्ता है।