ऋषिकेश।श्यामपुर न्याय पँचायत क्षेत्र की ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में भारतीय ग्रामोत्थान संस्था ढालवाला द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय जूट बोर्ड वस्त्र मन्त्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित जूट बैग डिजाइनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन और महिला समूहों से संवाद कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में पधारे उपजिलाधिकारी ऋषिकेश आईएएस नन्दन कुमार ने कहा कि महिलाओं को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए।महिलाशक्ति परिवार की धुरी है। महिलाएं स्वावलंबन की ओर बढ़ेंगी तो परिवार ही नहीं हमारा समाज सशक्त होगा।कार्यक्रम में खड़क माफ के जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान और क्षेत्र पँचायत सदस्य बीना चौहान ने महिलाओं को आर्थिकी के विकसित करने वाले कार्यक्रमों में पूर्ण रूप सहयोग देने की बात कही।वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे समाजसेवी और पर्यावरण सचेतक विनोद जुगलान ने कहा कि जूट और कपड़ों के थैले पॉलीथिन उन्मूलन में प्रमुखता के साथ विकल्प बनकर सामने आ सकता है।जबकि महिलाएं पर्यावरण संरक्षण के इस पुनीत कार्य में भगीरथ की भूमिका निभा सकती हैं।कार्यक्रम के संयोजक और संस्था के प्रमुख संचालक अनिल चन्दोला ने बताया कि भारतीय ग्रामोत्थान संस्था पिछले 35 वर्षों से महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है।हमारा उद्देश्य राज्य में महिला समूहों द्वारा तैयार किये गए उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना और उन्हें उनके परिश्रम का सही मूल्य दिलाना भी है।कोलकाता से विशेष रूप से आई हुई राष्ट्रीय जूट बोर्ड की पैनलिस्ट निफ्ड प्रशिक्षित प्रशिक्षिका माधवी विश्वास ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं में कार्य करने की क्षमता के साथ साथ अपने कार्य के प्रति समर्पण की भावना विशेष रूप से देखने को मिलती है।निश्चित ही यहाँ के महिलाएँ बहुत कम समय में प्रशिक्षण से पारंगत होती दिखाई दे रही हैं।कार्यक्रम में मास्टर प्रशिक्षिका विमला नेगी,मास्टर ट्रेनर बसंती रावत,बीना भट्ट,ममता नेगी,रश्मि पाण्डेय, रजनी पटवाल, बीना चौहान,सविता देवी,कविता देवी,अक्षय शर्मा काकू,गुलाब सिंह चौहान,हेमन्त कुलियाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन एनपी कुकसाल ने किया।