क्रोध पर विजय पाना ही स्वयं पर विजय पाना है

ऋषिकेश।ग्राम सभा खदरी के दिल्ली फार्म में आयोजित श्रीमद देवी भागवत पँचम पुराण की कथा में व्यास पीठ वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप ने अष्टम दिवस की कथा में में कहा कि इन सबके के सम्मुख चुप रहना चाहिए।क्रोधित व्यक्ति, मादक पदार्थों का सेवन किये हुए व्यक्ति,अज्ञानी मूर्ख के सम्मुख,अहंकारी के सामने, ताकतवर के सामने,सनकी जिद्दी के सामने,क्रूर व्यक्ति के सामने चुप रहना हितकर होता है।जिस किसी ने चुप रहकर समय को टाल दिया तो समझो आधा युद्ध जीत लिया।कथा व्यास ने कहा कि क्रोध पर विजय पाना ही स्वयं पर विजय पाना है।उन्होंने कहा कि सरलता इतनी सरल नहीं होती जितना बोलने पढ़ने और सुनने में लगती है।सरल होना ही कठिन कार्य है।जीवन में सरलता से सफलता आती है।कथा में नगर निगम की महापौर अनिता ममगाईं,जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान,ग्राम प्रधान विजयपाल जेठूड़ी, राम रतन रतूड़ी, शूरवीर जेठूड़ी,नारायण सिंह,प्रेम दत्त भट्ट,सक्षम उनियाल,सीता पयाल,श्रेया उनियाल,अनिता रावत,आशा भट्ट,भूमा देवी,सरोजनी गैरोला,मकानी देवी,राजेश्वरी चौहान,बिंदेश्वरी देवी,सुनीता चौहान सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *